बदला ले कौन किस से ? अपने ही अपनों पर घात लगाए बैठे हैं
पहचाने दुश्मन को कोई कैसे? अपने ही अपने घरों में छुपाये बैठे हैं
मारे दुश्मन को तो कैसे ? अपने ही देश के गद्दार इन्हें बचाने बैठे हैं
कोई कैसे रोके इन घटनाओं को ? अपने ही कुछ न मिटने वाली गलतियाँ कर बैठे हैं
पहचाने दुश्मन को कोई कैसे? अपने ही अपने घरों में छुपाये बैठे हैं
मारे दुश्मन को तो कैसे ? अपने ही देश के गद्दार इन्हें बचाने बैठे हैं
कोई कैसे रोके इन घटनाओं को ? अपने ही कुछ न मिटने वाली गलतियाँ कर बैठे हैं
भारत माता के वीर शहीदों को सत सत नमन
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