सुन कर तेरे पैरों की आहट चेहरे पर रंगत आ जाती है
कुछ देर बाद जब तुँ ना दिखे तो फिर से मायूसी छा जाती है
कुछ देर बाद जब तुँ ना दिखे तो फिर से मायूसी छा जाती है
क्यों यह उदासियाँ चेहरे से जाती नहीं
क्यों अब बगैर तेरे रहा जाता नहीं
क्यों अब बगैर तेरे रहा जाता नहीं
जब जब रहना चाहता हूँ बगैर तेरे
तब तब होश उड़ जाते हैं मेर
तब तब होश उड़ जाते हैं मेर
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