तूँ समझ ले मेरे गुलाबों के इशारे
मेरी जिन्दगी अब तेरे ही सहारे
भले ही तूँ दूर मुझ से चली गई हैं
तूँ आज भी मेरे उतनी ही करीब है
जितनी धड़कन दिल के करीब है
मेरी जिन्दगी अब तेरे ही सहारे
भले ही तूँ दूर मुझ से चली गई हैं
तूँ आज भी मेरे उतनी ही करीब है
जितनी धड़कन दिल के करीब है
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें